Dollar vs Rupee Price updates: अमेरिकी डॉलर (US Dollar) के मुकाबले रुपया (Rupee) लगातार कमजोर होता जा रहा है। इससे भारत में महंगाई और बढ़ने के आसार हैं। सोमवार को डॉलर एक बार फिर 80 रुपए के आसपास पहुंच गया। इसके बाद मंगलवार को भी रुपए के टूटने का सिलसिला जारी रहा। मंगलवार को शुरुआती कारोबार में रुपया का निचला स्तर 79.86 और अधिकतम स्तर 80.24 रुपए रहा। दोपहर 12 बजे तक रुपया 79.95 पैसे पर बना हुआ था।

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रुपये की गिरावट का मुद्दा सोमवार को संसद में भी गूंजा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitaraman) ने मानसून सत्र के पहले दिन भारतीय मुद्रा में आई गिरावट के कारण गिनाए। सीतारण ने कहा कि Indian Currency के टूटने के लिए वैश्विक कारण जैसे- रूस और यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukrain War), अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी जिम्मेदार है। ALSO READ: रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद 26 बार रिकॉर्ड लो लेवल पर पहुंचा रुपया, अब 80/डॉलर के करीब

विदेशी निवेशकों ने 14 अबर डॉलर निकाले
वित्त मंत्री ने आगे बताया कि रुपये के गिरने का एक और बड़ा कारण है। शेयर बाजार (Stock Market) से विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) द्वारा की जा रही बिकवाली। मौजूदा वित्त वर्ष 2022-23 में विदेशी निवेशकों ने अब तक करीब 14 अरब डॉलर निकाले हैं। अकेले जुलाई में ही FPI ने 7400 करोड़ रुपये निकाल लिए हैं।

दुनिया की कई मुद्राओं से रुपया मजबूत हुआ
वित्त मंत्री सीतारमण ने दुनिया की बाकी मुद्राओं का हवाला देते हुए कहा कि पाउंड, येन और यूरो भी भारतीय मुद्रा के मुकाबले ज्यादा कमजोर हुई हैं। मतलब साफ है कि 2022 में इन करेंसी से रुपया मजबूत हुआ है। सीतारमण ने क्रिप्टो करेंसी (Crypto Currency) को लेकर भी बड़ी बात कही। उन्होंने बताया कि RBI का मानना है कि क्रिप्टो पर बैन लगाया जाना जरूरी है। इससे लिए वैश्विक सहयोग की आवश्यकता है।

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