हर इंसान की ख्वाहिश होती है कि उसका खुद का अपना घर और गाड़ी हो,लेकिन क्या होगा जब घर बनाने और गाड़ी खरीदने के लिए, बैंक इंटरेस्ट रेट बढ़ा दे। जी हां रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने लगातार तीसरी बार इंटरेस्ट रेट (REPO RATE) बढ़ा दिया है। यानि अगर आप घर बनाने या गाड़ी खरीदने का सोच रहे हैं तो आपको नए इंटरेस्ट रेट पर लोन मिलेगा। और यदि आपने पहले से लोन ले रखा है तो आपको ज्यादा EMI चुकानी होगी।
क्या है रेपो रेट(REPO RATE) ?
आसान शब्दों में अगर बात हो तो रेपो रेट का मतलब है रिजर्व बैंक द्वारा अन्य बैकों को दिए जाने वाले कर्ज की दर। बैंक इस चार्ज से अपने ग्राहकों को लोन प्रदान करता है।
इस साल दूसरी बार बढ़ा रेपो रेट (REPO RATE)
RBI का फोकस इनफ्लेशन को काबू में करने पर लगा हुआ है। ऐसे में इस साल दूसरी बार जून में रेपो रेट 0.50 फीसदी बढ़ा है। इस तरह करीब तीन महीनों में रेपा रेट(REPO RATE) कुल 1.40 फीसदी बढ़ा है। हालांकि रेपो रेट बढ़ने की उम्मीद पहले से लगाई जा रही है। रेपो रेट बढ़ने से हाउसिंग कंपनिया और एनबीफसी अपने लोन का इंटरेस्ट बढ़ा रहे है। जिसका असर लोन लेकर घर बनाने वाले लोगों पर पड़ सकता है। रेपो रेट(REPO RATE) बढ़ने का सबसे ज्यादा असर होम लोन ग्राहकों पर पड़ता है,जिसका कारण है होम लोन की अवधी का ज्यादा होना । अक्सर ऑटो और पर्सनल लोन का रिपमेंट पीरीयड औसतन 4-5 साल होता है। वहीं होम लोन की अवधी 15-20 साल होती है। Read More: Dollar vs Rupee: डॉलर के मुकाबले रुपया 80 के पार, सीतारमण का Indian Currency की कमजोरी पर बड़ा बयान
EMI पर पड़ेगा इंटरेस्ट रेट बढ़ने का असर
मान लीजिए आपने 30 लाख रुपये का लोन 20 साल के लिए लिया है, जिसका इंटरेस्ट रेट सालाना 8 फीसदी है और EMI 25,093 रुपये आ रही है । अब इंटरेस्ट रेट 0.50 फीसदी बढ़ने के बाद यह बढ़कर 26,034 रुपए हो जाएगी । इस तरह आपकी EMI बढ़कर 941 रुपए हो जाएगी।