What is IPO: जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर जनता को ऑफर करती है तो उसे initial public offering (IPO) कहते हैं। प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों द्वारा आईपीओ इसलिए जारी किया जाता है ताकि कंपनी का स्टॉक शेयर मार्केट में लिस्ट हो सके। इसके बाद ही कंपनी के शेयरों की खरीद-बिक्री शेयर बाजार में शुरू हो पाती है। कंपनी निवेश या विस्तार की स्थिति में फंडिंग एकत्रित करने के लिए आईपीओ जारी करती है।

प्राइमरी मार्केट में आईपीओ के जरिये (investing) खरीदी-बिक्री की जाती है। आईपीओ कंपनी के लिए फंड जुटाने में सहायक होते है और उस फंड को कंपनी अपना Profit बढ़ाने में लगाती है। बदले में Buyers को कंपनी में हिस्सा मिल जाता है। इसे और आसान भाषा में समझें कि जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो आप उस कंपनी के खरीदे गए हिस्से के मालिक होते हैं। कंपनी एक से ज्यादा बार भी आईपीओ ला सकती है। Read More: Cryptocurrency क्या होती है, कितना सुरक्षित है इसमें पैसा लगाना

आईपीओ दो प्रकार के होते हैं
- 1. Fix Price IPO
- 2. Book Building IPO
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