सूत्रों के मुताबिक, ब्याज दर में कटौती का प्रस्ताव मोदी सरकार की ओर से आया था, फिर ईपीएफओ ने ब्याज दर में कटौती की

नई दिल्ली. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने होली से पहले पीएफ (Provident Fund) पर मिलने वाले ब्याज की दरों में कटौती की है। अब देशभर के करोड़ों कर्मचारी और पेंशनर्स को पीएफ पर सालाना आधार पर 8.10 प्रतिशत ब्याज मिलेगा। इसका सीधा असर नौकरीपेशा मिडिल क्लास पर पड़ेगा। बता दें कि साल 1977-78 में PF पर मिलने वाले ब्याज की दर 8% तय की गई थी।

EPFO ने नए सर्कुलर के मुताबिक, फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में पीएफ पर ब्याज दर को 8.5 से घटाकर 8.1% करने की बात कही गई है। यह फैसला गुवाहाटी में चल रही सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की बैठक में लिया गया है। Read More: केंद्रीय कर्मचारियों को होली से पहले मिलेगा तोहफा, DA में 3% बढ़ोतरी संभव

6 करोड़ लोगों को बड़ा झटका
केंद्र सरकार के इस फैसले का असर सीधे तौर पर देश में ईपीएफओ के 6 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर्स पर पड़ेगा। अब उन्हें पीएफ पर मिलने वाला ब्याज कम मिलेगा। सूत्रों के मुताबिक, ब्याज दरों में कटौती का प्रस्ताव मोदी सरकार की ओर से आया था, इसी आधार पर ईपीएफओ ने ब्याज दर घटाकर 8.10 करने का फैसला लिया है।

40 साल में सबसे कम ब्याज दर
उल्लेखनीय है कि पीएफ पर मिलने वाले ब्याज की दर वित्त वर्ष 1977-78 के बाद 8 फीसदी रखी गई थी। यह 2015-16 में 8.75 फीसदी थी, जो कि अब घटते-घटते 8.10 फीसदी पर आ गई है। यानी कि ईपीएफओ से जुड़े कर्मचारियों और पेंशनर्स को मिलने वाला ब्याज पिछले 7 सालों में 0.67% कम हो चुका है। इसका सीधा असर उनकी जेब पर नजर आ रहा है।

Leave a Reply